tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post1717113770075733453..comments2023-08-25T04:09:30.854-07:00Comments on विनय पत्रिका: सुदिन की याद नहीं चाहती थीं पांती काकीबोधिसत्वhttp://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-54910865524078565242009-03-25T21:50:00.000-07:002009-03-25T21:50:00.000-07:00पांती काकी के लिए श्रृद्धांजलि अर्पित करते हैं.और...पांती काकी के लिए श्रृद्धांजलि अर्पित करते हैं.<BR/>और उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना भी करते हैं.<BR/><BR/><BR/>-आप ने खोयी टिप्पणी पाने का उपाय पूछा है..<BR/>सभी टिप्पणियां आप के ईमेल में होंगी तो वहीँ से कॉपी कर के भेजने वाले के नाम से publish कर दें.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-46010772641878783812009-03-25T21:25:00.000-07:002009-03-25T21:25:00.000-07:00मित्रों क्या उड़ गई टिप्पणियाँ पाने का कोई रास्ता ...मित्रों क्या उड़ गई टिप्पणियाँ पाने का कोई रास्ता होता है। यदि हो तो बताएँ।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-52886868306980553942009-03-25T08:46:00.000-07:002009-03-25T08:46:00.000-07:00जरूर प्रार्थना करेंगे ... हमारी विनम्र श्रद्धांजलि...जरूर प्रार्थना करेंगे ... हमारी विनम्र श्रद्धांजलि उन्हें।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-52393607200717339122009-03-25T07:09:00.000-07:002009-03-25T07:09:00.000-07:00एक बात समझ आयी। इस दिन के लिये हमें भी पांती काकी ...एक बात समझ आयी। इस दिन के लिये हमें भी पांती काकी की तरह एक अंश अलग कर रख देना चाहिये। <BR/>जाने का इन्तजाम भी खुद का हो।<BR/>काकी को श्रद्धान्जलि।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com