tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post1931413767914191379..comments2023-08-25T04:09:30.854-07:00Comments on विनय पत्रिका: हम सब चिड़िया हैंबोधिसत्वhttp://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-54036873093859051892008-09-22T18:33:00.000-07:002008-09-22T18:33:00.000-07:00बेटी भाविनी / भानी रानी को मेरा भी आशिष व ढेरोँ प...बेटी भाविनी / भानी रानी को मेरा भी आशिष व ढेरोँ प्यार दीजियेगा :)<BR/>कितनी प्यारी बात कह दी बिटिया ने !<BR/> - लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-38733501570917742932007-08-10T10:04:00.000-07:002007-08-10T10:04:00.000-07:00विमल सर हालत कुछ ऐसी है कि मुंबई में रह कर भी लगता...विमल सर <BR/>हालत कुछ ऐसी है कि मुंबई में रह कर भी लगता है कि मुंबई में नहीं हूँ। प्रोड्यूसरों की दारू पार्टियाँ अटेंड नहीं करता तो उनके लिए भी बहुत अपना नहीं रह जाता। आप सब से भी बहुत कहाँ मिल पाता हूँ। मैं सच कहूँ तो मैं मुंबई में रह ही नहीं रहा हूँ। <BR/>अब पत्नी का परिचय ही बाकी रह गया है मेरे कुनबे में सो किसी दिन वह भी हो जाएगा।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-7986618019829244712007-08-09T23:21:00.000-07:002007-08-09T23:21:00.000-07:00भाई अपने आस पड़ोस की दुनियां से भी तो परिचय कराना ह...भाई अपने आस पड़ोस की दुनियां से भी तो परिचय कराना हमारा आपका फ़र्ज़ हैं,तो भाई भानी को मेरी तरफ से प्यार कहियेगा,चलिये इसी बहाने भानी को भी जान गये.मेरी शुभकामनाएं...VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-87244904394748701642007-08-07T11:48:00.000-07:002007-08-07T11:48:00.000-07:00बच्चे ! संसार के सबसे सुन्दर निश्छल प्राणी ! हर बच...बच्चे ! संसार के सबसे सुन्दर निश्छल प्राणी ! हर बच्चे में मैं अपने बच्चे देखती हूँ । भानी ने चिड़िया की बात बहुत सही कही है । एक बार मैंने अपनी बिटिया को एक ई कार्ड भेजा था जिसमें माँ चिड़िया अपने बच्चे को उड़ने देती है किन्तु लौट कर आने पर उसे अपने पंखों की बाँहों में छिपा लेती है । मेरी बेटी बोली कि माँ यह कार्ड आज तक भेजे सब कार्ड्स में से सबसे सही है । आप भी अपनी भानी चिड़िया को लम्बी उड़ाने भरने देना किन्तु जब वह थके तो उसे अपने पंखों में छिपा लेना । <BR/>शुभकामनाओं सहित,<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-81626957908328302092007-08-07T10:32:00.000-07:002007-08-07T10:32:00.000-07:00मैं सच कहूँ अनामदास जी खूब प्यार करते हैं हम तीनों...मैं सच कहूँ अनामदास जी खूब प्यार करते हैं हम तीनों को । माँ और भाई तो इसके भक्त हैं। बचा-खुचा समय मुझे भी मिलता है। कभी-कभी डर जाता हूँ, बेटी है उड़ तो जाएगी ही। पता नहीं कैसे लोगों के बीच इसका आगे का जीवन बीतेगा।<BR/>इसके आने के बाद मैंने खुद में कई बदलाव पाए हैं। इसने मुझे काफी संस्कारित किया है। थोड़ी उदंडता बेटी का बाप बनने से दूर हुई है। <BR/>अनूप भाई आप का स्नेहाशीष दे दिया है। <BR/>आप को धन्यवाद नहीं दूँगा। भानी आप सबकी भी तो बेटी है।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-72396035631250135892007-08-07T10:00:00.000-07:002007-08-07T10:00:00.000-07:00कई कविता संग्रहों पर भारी है यह एक पोस्ट. भानी को ...कई कविता संग्रहों पर भारी है यह एक पोस्ट. भानी को बहुत सारा प्यार, एक दिन उड़ जाएगी....दुलरा लीजिए जितना हो सके...अनामदासhttps://www.blogger.com/profile/06852915599562928728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-49240738894524673372007-08-07T08:11:00.000-07:002007-08-07T08:11:00.000-07:00बहुत प्य्रारी पोस्ट ! बिटिया को हमारा भी प्यार और ...बहुत प्य्रारी पोस्ट ! बिटिया को हमारा भी प्यार और आशीष!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-30415729676309275972007-08-07T07:30:00.000-07:002007-08-07T07:30:00.000-07:00प्रमोद भाई जल्दी में आशीष की जगह पर भानी के आपका श...प्रमोद भाई जल्दी में आशीष की जगह पर भानी के आपका शीष दे दिया। भानी ने उसे स्वीकार नहीं किया । बोली शीष लेकर क्या करूँगी। सो आशीष दे दिया है।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-85692720405862785032007-08-07T07:27:00.000-07:002007-08-07T07:27:00.000-07:00प्रमोद भाई आप का शीष दे दिया है भानी को। बसंत भाई ...प्रमोद भाई आप का शीष दे दिया है भानी को। बसंत भाई फोटो लगी तो है। <BR/>अनिल भाई दुनिया को कभी -कभी बच्चों की निगाह से देखने का एक अलग ही आनन्द है।<BR/>प्रियंकर भाई आपका स्नेह भानी तक पहुँच गया है।<BR/>पर वो सो रही है।<BR/>उसके लिए यह दुनिया बच्चे का यानी उसका खेल है। हम उसके लिए हैं । हमारी हैसियत उसके दम पे है।<BR/>पुराणिक भाई आप की बेटी की खेल पुराण से परिचित कराएं। अच्छा लगेगा।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-44557420302175964522007-08-07T06:30:00.000-07:002007-08-07T06:30:00.000-07:00वाह बोधिजी वाहमेरी छोटी बिटिया भी चार साल की है।उस...वाह बोधिजी वाह<BR/>मेरी छोटी बिटिया भी चार साल की है।<BR/>उसकी सी हरकतें हैं। <BR/>अभी उसकी पेरेंट्स टीचर मीटिंग में गया, तो टीचर ने अलग से बुलाकर पूछा-ये आपकी बेटी है। मैने कहा जी बिलकुल। उसने बताया कि ये बात बहुत करती है। और एकदम उलटी-पुलटी। स्नैक की कहानी बताती है, फिर एकदम से भूत में कूद जाती है। <BR/>मैंने कहा मैडम सही लक्षण हैं, सही जा रही है। बड़ी होकर टीवी रिपोर्टर बनेगी। <BR/>मैडम की समझ में नहीं आया। <BR/>सरजी मैंने आपकी ई-मेल पर एक मैसेज भेजा है। उसे देख लें।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-51310081414136393702007-08-07T04:27:00.000-07:002007-08-07T04:27:00.000-07:00हम सभी में किसिम-किसिम के पंछी और जनावर जिंदा हैं ...हम सभी में किसिम-किसिम के पंछी और जनावर जिंदा हैं और वह भी साथ-साथ। बस इसके अहसास के लिए भानी जैसी निर्मलता की जरूरत है। (जैसे दिवंगत नेता चंद्रशेखर के चेहरे में मुझे हमेशा एक भेड़िया और मनमोहन सिंह के चेहरे में उल्लू नज़र आता रहा है) बोधि जी इतनी सुंदर अनूभूति से परिचय कराने के लिए शुक्रिया...अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-63006311491132148332007-08-07T04:05:00.000-07:002007-08-07T04:05:00.000-07:00भानी ने एकदम सही पहचाना है . हम सब तरह-तरह के पाखी...भानी ने एकदम सही पहचाना है . हम सब तरह-तरह के पाखी हैं . और हमारी सोनचम्पा-सी भानी है नन्हीं-सी सोनपेंडुकी . उसकी उड़ान हमेशा सुखद और निर्बाध हो यही आशीष है .Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-37631978400099114882007-08-07T03:10:00.000-07:002007-08-07T03:10:00.000-07:00जुग-जुग जियो, भानी बबुनी..जुग-जुग जियो, भानी बबुनी..azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-28148099800313408622007-08-07T02:45:00.000-07:002007-08-07T02:45:00.000-07:00एक फोटो अगर बिटिया की भी लगा देते तो अच्छा रहता. फ...एक फोटो अगर बिटिया की भी लगा देते तो अच्छा रहता. फोटो तो आपके पास होगी हीबसंत आर्यhttps://www.blogger.com/profile/15804411384177085225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-47934480759073989142007-08-07T02:33:00.000-07:002007-08-07T02:33:00.000-07:00अभय भाई मेरे दोनों बच्चे तुम्हारे जादुई गिरफ्त में...अभय भाई मेरे दोनों बच्चे तुम्हारे जादुई गिरफ्त में हैं। अफलातून जी काश भानी समझ पाती कि उसे आप सब का कितना स्नेह और आशीष मिल रहा है।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-91818593596741134232007-08-07T02:23:00.000-07:002007-08-07T02:23:00.000-07:00भानी पाखी को प्यार ।भानी पाखी को प्यार ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-26618354442948335592007-08-07T02:21:00.000-07:002007-08-07T02:21:00.000-07:00भानी और चिडिया दोनों प्यारे हैं ।भानी और चिडिया दोनों प्यारे हैं ।Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-259173280570621242007-08-07T01:45:00.000-07:002007-08-07T01:45:00.000-07:00मैं आसानी से किसी से प्रभावित नहीं होता आजकल.. मगर...मैं आसानी से किसी से प्रभावित नहीं होता आजकल.. मगर भानी के बोलने के अंदाज़ से प्रभावित हूँ..अब बोधि के घर जाने का अर्थ भानी के घर जाना है.. बोधि और आभा से दो चार बाते होतीं है.. मुख्य वार्ता तो भानी के साथ ही होती है..मैं भानी के संसार में कुछ महत्व रखता हूँ.. ये मेरे लिए बड़े गर्व की बात है..<BR/>मेरे एक और मित्र हैं परेश और गज़ाला.. उनकी बेटी तराना ने भी मुझे ऐसे गर्व का मौका दिया और फिर एक रोज़ किसी रूठे क्षण में गज़ाला को डाँट ही दिया..<I> तुम मेरे दोस्त के घर नहीं जाओगी..</I> मैं उम्मीद करता हूँ कि भानी बोधि पर कभी ऐसे कड़े प्रतिबन्ध नहीं लगाएगी.. और अपने संसार को बढ़ाती जाएगी.. उसे मेरा ढेर सा प्यार और आशीर्वाद ..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-60789523109915540132007-08-07T00:48:00.000-07:002007-08-07T00:48:00.000-07:00आप सही कह रहे हैं ज्ञान भाई अक्सर बच्चे जिन सच्चाइ...आप सही कह रहे हैं ज्ञान भाई अक्सर बच्चे जिन सच्चाइयों को देख लेते हैं हम उन्हे नहीं देख पाते। ममता जी आप के कहने से <BR/>भानी चिड़िया की फोटो डाल दी है।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-11664971062721091572007-08-06T23:13:00.000-07:002007-08-06T23:13:00.000-07:00भानी की एक प्यारी सी छवि बन गयी है। भानी चिड़िया (...भानी की एक प्यारी सी छवि बन गयी है। भानी चिड़िया (बिटिया)का असली फोटो भी तो लगाइये।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-70191270411538289552007-08-06T22:53:00.000-07:002007-08-06T22:53:00.000-07:00वाकई, हम सब क्या हैं - यह बोध कराने के लिये बोधिसत...वाकई, हम सब क्या हैं - यह बोध कराने के लिये बोधिसत्व की नहीं, बच्चे की जरूरत होती है!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com