
जन्म दिन वाला सप्ताह
मेरे लिए यह सप्ताह जन्म दिन से भरा हो गया है। फुरसतिया सुकुल के सचित्र जन्म दिन के बाद कल एक मित्र के जन्म दिन में हैप्पी बर्थ डे टू यू गा कर और बिना केक खाए भी ताली बजा कर लौटा हूँ। आज अपना घर वाली आभा का जन्म दिन हैं। तो 22 सितंबर को हम सब को चिड़िया मानने वाली मेरी बेटी भानी का तीसरा जन्म दिन होगा। वह तीन साल की हो जाएगी। जो लोग नहीं जानते हों उन्हें बताना चाहूँगा कि आभा मेरी पत्नी हैं। मैंने उनके लिए कई सारी कविताएँ लिखी हैं कुछ को ब्लॉग पर डाल कर मित्रों की चुप्पी का आनन्द पा चुका हूँ। आज आभा के इस जन्म दिन पर हार्दिक बधाई देते हुए एक कविता उसे ही समर्पित कर रहा हूँ।
तुम हो
पुल के ऊपर से
अनगिनत पैर गुजर चुके हैं
तुम जब गुजरो
तुम्हारे पैरों के निशान
पुल के न होने पर भी, हों
पुल से होकर बहने वाली नदी
बार-बार कहे
तुम हो
तुम हो।
मेरे लिए यह सप्ताह जन्म दिन से भरा हो गया है। फुरसतिया सुकुल के सचित्र जन्म दिन के बाद कल एक मित्र के जन्म दिन में हैप्पी बर्थ डे टू यू गा कर और बिना केक खाए भी ताली बजा कर लौटा हूँ। आज अपना घर वाली आभा का जन्म दिन हैं। तो 22 सितंबर को हम सब को चिड़िया मानने वाली मेरी बेटी भानी का तीसरा जन्म दिन होगा। वह तीन साल की हो जाएगी। जो लोग नहीं जानते हों उन्हें बताना चाहूँगा कि आभा मेरी पत्नी हैं। मैंने उनके लिए कई सारी कविताएँ लिखी हैं कुछ को ब्लॉग पर डाल कर मित्रों की चुप्पी का आनन्द पा चुका हूँ। आज आभा के इस जन्म दिन पर हार्दिक बधाई देते हुए एक कविता उसे ही समर्पित कर रहा हूँ।
तुम हो
पुल के ऊपर से
अनगिनत पैर गुजर चुके हैं
तुम जब गुजरो
तुम्हारे पैरों के निशान
पुल के न होने पर भी, हों
पुल से होकर बहने वाली नदी
बार-बार कहे
तुम हो
तुम हो।
आभा को जन्मदिन की शुभकामनायें !
ReplyDeleteकविता सरल है और गूढ़ भी... आभा को जन्मदिन की बधाई..
ReplyDeleteभई बधाई हो । आपको भी और आभा जी को भी ।
ReplyDeleteआभा जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाईयां।
ReplyDeleteअब तो हमे भी लगने लगा है कि चिट्ठाकारों की पूरी खेप सितम्बर महीने मे ही अवतरित हुई थी।
और हाँ, आपका श्वेत-श्याम वाला फोटो बहुत धांसू है, वही लगाएं।
बधाई हो!!
ReplyDeleteजन्मदिन की बहुत बधाई...
ReplyDeleteआभा जी को जन्मदिन की बधाई!
ReplyDeleteहमारी तरफ से भी बहुत-बहुत बधाई। जन्मदिन मुबारक हो। बोधिजी आप कवितायें लिखते रहें आभाजी के नाम हम लोग हैं न सुनने सराहने के लिये ।
ReplyDeletebadhai meri bhi lekin mithai?
ReplyDeleteआभा जी को जन्मदिन की बधाई!
ReplyDeleteसमर्पित कविता भी आपने खूब कही. सुन्दर जन्म दिन का उपहार!
आप सब की बधाइयाँ आभा तक पहुँच गई हैं। आप सबको हार्दिक धन्यवाद।
ReplyDeleteएक बार फ़िर से जन्मदिन मुबारक!
ReplyDeleteआभा जी को बधाई..
ReplyDeleteये कविता आप शायद पहले भी पढवा चुके हैं.. पहले भी बहुत पसंद आयी थी..
आभा जी को जन्दिन की शुभकामनायें।
ReplyDelete