tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post114533513586569020..comments2023-08-25T04:09:30.854-07:00Comments on विनय पत्रिका: बेनाम के नामबोधिसत्वhttp://www.blogger.com/profile/09557000418276190534noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-68752126004309005942007-05-11T03:54:00.000-07:002007-05-11T03:54:00.000-07:00बोधि जी ने आपने इतना बढि़या लिखा है बेनामों के लिए...बोधि जी ने आपने इतना बढि़या लिखा है बेनामों के लिए कि मुझे लगता है कि इन कठोर दिलों वाले बेनामों को सामने प्रकट होने के लिए काफी है। यदि इस लेखन के बाद भी इन बेनामों का दिल नहीं पिघलता है आपसे मिलने के लिए तो कुछ नहीं हो सकता। लेकिन मेरा मानना है कि जब देश भर के बेनाम इस ब्लॉग पर लिखा यह पढ़ेंगे तो वे सामने जरुर आएंगे। बेनामों से सभी लोग दुखी हैं शायद इनका जन्म ही दुखी करने के लिए होता है तभी तो घरवाले इनका कोई नाम नहीं रख पाते।चलते चलतेhttps://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-16611860806112966752007-05-06T06:47:00.000-07:002007-05-06T06:47:00.000-07:00देखो तुमने बेनाम को आने का न्योता क्या दिया..अच्छे...देखो तुमने बेनाम को आने का न्योता क्या दिया..अच्छे अच्छे नाम वाले तक पास नहीं फटक रहे हैं.. ये चक्कर क्या बोधि भैया.. ?अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921589421577699058.post-90885685634139974892007-05-06T01:07:00.000-07:002007-05-06T01:07:00.000-07:00क्या बात है ।क्या बात है ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.com